जयपुर। आज दुनिया में नई टेक्नालॉजी आ रही है। हर क्षेत्र में नए-नए अविष्कार हो रहे हैं। इनमें मेडिकल सांइस भी पीछे नहीं है। वहीं राजस्थान के डॉक्टरों ने चमत्कार कर दिया है उन्होंने 62 साल की महिला के महाधमनी (हार्ट मेन आर्टरी) में हुए छेद को 12 घंटे चले ऑपरेशन के बाद ठीक कर दिया है। डैमेज हो चुकी हार्ट मेन आर्टरी को रिपेयर करने के साथ ही एरोटिक आर्च (महाधमनी चाप) को भी बदल दिया है। डॉक्टरों का दावा है कि इससे पहले राजस्थान में हार्ट की ऐसी सर्जरी कहीं नहीं हुई है। इस तरह की सर्जरी के लिए दिल्ली या दूसरे बड़े शहर जाना पड़ता था। एसएमएस के 15 डॉक्टरों की टीम ने सोमवार 22 जुलाई को यह ऑपरेशन किया था।
एसएमएस हॉस्पिटल में कार्डियोथेरेसिक सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. राजकुमार यादव ने बताया कि जोधपुर के पास फलोदी की रहने वाली 62 साल की सुआ कंवर को करीब 20-22 दिन पहले सीने में तेज और कमर में दर्द उठा था। दर्द के बाद महिला को फलोदी के हॉस्पिटल लाया गया। वहां से उसे जोधपुर एम्स में भर्ती किया गया। एम्स में जांच की गई। पता चला कि महिला के हार्ट को खून सप्लाई करने वाली मेन आर्टरी (महाधमनी) में छेद हो गया है। इसके साथ ही एरोटिक आर्च में भी परेशानी है। जोधपुर एम्स के डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से इनकार दिया। उन्होंने एसएमएस या दिल्ली एम्स ले जाने की सलाह देते हुए रेफर कर दिया। पांच दिन पहले ही महिला को एसएमएस में भर्ती किया गया और 22 जुलाई को ऑपरेशन किया गया।
डॉक्टर ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन को करने में टीम को 12 घंटे लगे। ऑपरेशन के दौरान ब्लड लॉस ज्यादा होने से समय भी ज्यादा लग रहा था। इस कारण मरीज को ऑपरेशन के दौरान ही 10 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। इस पूरे ऑपरेशन में मरीज के दिमाग का कंट्रोल बनाए रखने के लिए उसे परफ्यूजन डबल कैनुलेशन के जरिए परफ्यूजन एनआईआरएस से मॉनिटर किया गया। उन्होंने बताया कि मरीज ऑपरेशन के बाद ठीक है। आईसीयू में अभी डॉक्टरों की निगरानी में है।