वासिंगटन। गाजा में 32 हजार लोगों की मौत के बाद अमेरिका सीजफायर के लिए तैयार हो गया है। इजराइल-हमास जंग रोकने पर यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) में आए 3 प्रस्ताव पर वीटो कर चुका अमेरिका अब अपना खुद का रेजोल्यूशन ला रहा है। इसकी जानकारी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दी।
अमेरिका के प्रस्ताव का फोकस हमास की कैद में इजराइलियों की रिहाई पर होगा। इससे पहले हृस्ष्ट में आए सभी प्रस्ताव अमेरिका ने ठुकरा दिए थे। जंग रोकने के लिए पहला प्रस्ताव नवंबर 2023 में माल्टा ने पेश किया था। दूसरी बार यूएई ने दिसंबर 2023 में और तीसरी बार फरवरी 2024 में नॉर्थ अफ्रीकी देश अल्जीरिया ने प्रस्ताव पेश किया था। तीनों बार अमेरिका ने वीटो का इस्तेमाल किया था।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल-हमास जंग के सिलसिले में मीडिल-ईस्ट देशों का दौरा कर रहे हैं। फिलहाल वो सऊदी अरब में हैं। यहां सऊदी अल-हदथ चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा- हमने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसे यूएनएससी भेजा है। इसमें बंधकों की रिहाई को ध्यान में रखते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की गई है। हमें पूरी उम्मीद है कि बाकी देश इसका समर्थन करेंगे। दरअसल, अब तक अमेरिका ने इसलिए प्रस्ताव खारिज किए हैं क्योंकि उनमें सिर्फ सीजफायर की बात है। बंधकों की रिहाई का जिक्र नहीं है। अमेरिका कहता आया है- फौरन सीजफायर से बंधकों की रिहाई खतरे में पड़ जाएगी। बंधकों को रिहा करने के लिए हमास के साथ समझौते की जरूरत है। बिना शर्त युद्धविराम की मांग करना स्थायी शांति नहीं लाएगा। ये जंग को बढ़ सकता है। इसलिए हम वीटो लगाते हैं।