विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सराहा छत्तीसगढ़ सरकार की हाट बाजार क्लिनिक योजना को
रायपुर : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने छत्तीसगढ़ की हाट बाजार क्लीनिक योजना की सराहना की है। डब्ल्यूएचओ ने वनांचल और दूरस्थ अंचल के गांवों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में कारगर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार कराई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह फिल्म रिलीज की। यह फिल्म विश्व स्वास्थ्य संगठन के जिनेवा स्थित मुख्यालय में दिखाई जाएगी।
इस मौके पर उपस्थित डब्ल्यूएचओ की प्रतिनिधि डॉ. हिल्डे डी. ग्रीव ने कहा कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा है। यह नवाचार देश के किसी अन्य राज्य में नहीं है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इस डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म का निर्माण कराया है, जिससे इस योजना का प्रचार प्रसार अन्य राज्य ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो सकेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल ने संवेदनशीलता के साथ दूरस्थ अंचल के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए इस योजना के माध्यम से सराहनीय पहल की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि हाट बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से अब तक 62 लाख 47 हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री बघेल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को छत्तीसगढ़ शासन की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ आज वनांचल क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति को भी मिल रहा है। जो लोग अस्पताल से दूरी होने की वजह से अपना इलाज नहीं करा पाते थे, वे आज अपने घर के समीप इस योजना के माध्यम से इलाज करा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोग हाट-बाजार में अवश्य जाते हैं। यहां चिकित्सा दल और डॉक्टरों की मौजूदगी, निःशुल्क जांच और दवाईयों की सुविधाएं उपलब्ध होने से लोग अपने स्वास्थ्य की जांच और इलाज कराने लगे हैं। लोगों का स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। हाट-बाजार क्लिनिक योजना का मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान और मुख्यमंत्री सुपोषण योजना की सफलता में प्रभावी भूमिका रही है। इस योजना के संचालन से बस्तर में डायरिया के प्रकरण काफी कम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 429 मेडिकल मोबाइल वाहनों की मदद से प्रदेश में 1798 हाट-बाजार क्लिनिक योजना का संचालन किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 28 हजार से अधिक हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से पिछले 4 वर्षों में 62 लाख 47 हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हुई है। हाट-बाजार क्लीनिक योजना में 10 प्रकार की जांच और 60 प्रकार की दवाइयां निःशुल्क दी जा रही हैं। इस योजना में 57 लाख 35 हजार से अधिक लोगों को दवा वितरण किया गया तथा 25 लाख से अधिक लोगों ने पैथोलॉजी जांच कराई है। हॉट बाजार क्लीनिक योजना में गर्भवती माताओं की जांच, संक्रामक तथा असंक्रामक बीमारियों की जांच, नेत्र रोग जांच, कुपोषण जांच, चर्म रोग, मधूमेह, टीबी, कुष्ठरोग, उच्च रक्तचाप तथा एचआईवी जांच और परिवार नियोजन संबंधी सलाह लोगों को दी जा रही है। इन क्लिनिकों में शिशुओं और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था सुेेदृढ़ करने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों और जिला चिकित्सालय में स्वास्थ सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। हमर लैब के माध्यम से लोगों को निशुल्क जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत कुछ किया गया है, लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने में उल्लेखनीय कार्य किया है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने मुख्यमंत्री बघेल को इस योजना की शुरुआत करने एवं लागातार समीक्षा करने लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा लगातार मॉनिटरिंग की वजह से ही इस योजना का लाभ प्रदेश की आम जनता को मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना ने कहा कि इस योजना में मरीजों को रेफरल इलाज के लिए आवश्यकता अनुसार नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में भेजा जा रहा है पिछले 4 वर्षों में हाट बाजार में क्लीनिक में आने वाले मरीजों की संख्या 18 से बढ़कर 72 हो गई है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य संचालक भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के मिशन संचालक विलास भोसकर संदिपान, प्रदेश के हाट बाजार क्लीनिक योजना के नोडल डॉ. अभ्युदय शक्ति तिवारी एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन से आए डॉ. हिल्डे डी. ग्रेव, डॉ. दिलीप मैरेमबाम, उरया नाग व गौरव कुमार उपस्थित थे।