'कौन हो तुम?' - अजमेर दरगाह के पास पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा
अजमेरः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने देश के अलग-अलग राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी व बांग्लादेशियों को वापस उनके देश भेजना शुरू कर दिया है और इसके लिए लगातार कार्रवाई चल रही है. इसी कड़ी में राजस्थान के अजमेर जिले के दरगाह थाना क्षेत्र में एक और बांग्लादेशी पकड़ा गया है. अजमेर एसआईटी की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. अब तक अजमेर में 26 बांग्लादेशी डिटेन किए जा चुके हैं. एसआईटी और पुलिस ने बांग्लादेश निवासी हुसैन सरदार को डिटेन किया है. वह कई वर्षों से दरगाह के आसपास रहकर गुजर-बसर कर रहा था. एसआईटी द्वारा दरगाह, नई सड़क, तारागढ़, पहाड़ी, अंदर कोट सहित इलाकों में दबिश दी जा रही हैं.
बांग्लादेशी शख्स की पहचान हुसैन सरदार उर्फ हुसैन अली के रूप में हुई है. राजस्थान पुलिस मुख्यालय, जयपुर के निर्देशानुसार राज्य भर में अवैध घुसपैठियों की पहचान और निष्कासन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अजमेर एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ ने बताया कि इसी कड़ी में अजमेरा जिले की एसपी वंदिता राणा के निर्देशन में शहर अजमेर में रहने वाले अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और निष्कासन की प्रक्रिया को गंभीरता से अंजाम दिया जा रहा है.
इस अभियान के अंतर्गत दरगाह सीओ लक्ष्मण राम के नेतृत्व में सीआईडी जोन, दरगाह थानाधिकारी दिनेश कुमार जीवनानी के साथ मिलकर एक विशेष टीम का गठन किया गया. इस टीम ने शहर के दरगाह क्षेत्र में विशेष छापेमारी कर जालियान कब्रिस्तान, अन्दरकोट, नई सड़क, तारागढ़ की पहाड़ी, बड़े पीर का चिल्ला और लंगर खाना गली जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
पकड़े गए बांग्लादेशी हुसैन ने बताया कि वह अवैध रूप से भोमरा बॉर्डर पार कर भारत में घुसा और फिर सियालदह होते हुए नई दिल्ली पहुंचा. वहां कुछ समय रहने के बाद वह अजमेर आ गया और दरगाह क्षेत्र में खानाबदोश की तरह रहने लगा. पुलिस ने उसे 5 मई को दरगाह क्षेत्र से गिरफ्तार किया और पूछताछ जारी है. एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी और अवैध रूप से रहने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को बख्शा नहीं जाएगा.