प्रकृति के संतुलन के लिए पक्षियों का महत्व भी हमारे जीवन में विशष रूप से है. यूं तो पक्षी अपने खाने का इंतजाम खुद करते हैं. लेकिन कुछ लोग होते हैं जो पक्षियों को दाना खिलाते हैं. पक्षियों को दाना-पानी देना बेहद ही पुण्य का काम माना गया है. वास्तु शास्त्र में भी पक्षियों को दाना-पानी देना काफी अच्छा माना जाता है. जब पक्षियों को दाना-पानी देते हैं तो उसके कुछ नियम बताए गए हैं. अगर आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आपको सफलता मिल सकती है. वे कौनसे उपाय हैं इस बारे में न्यूज़18 हिंदी को विस्तार से बताया है भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा ने आइए जानते हैं दाना-पानी देते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए.

किन-किन बातों का ध्यान रखें
अगर आपकी जन्मकुंडली में राहु-केतु और शनि की दशा अच्छी नहीं है तो आप काले रंग के पक्षियों को दाना डालें. काले पक्षियों को दाना देने के राहू-केतू और शनि का प्रभाव कम होता है. अगर कुंडली में राहु-केतु की महादशा है तो काले पक्षियों को बाजरा खिलाएं.

मजबूत होता है चंद्रमा
पक्षियों को पानी देना काफी अच्छा माना जाता है. इससे चन्द्रमा मजबूत होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पानी पीने का स्थान उत्तर-पूर्व, पूर्व या उत्तर में बनाएं. कोशिश करें कि आप इनकी पानी की व्यवस्था अपने घर के आगे स्थित आंगन में करें.

होगी संतान की प्राप्ति
छोटे पक्षी जैसे गोरैया या छोटी चिड़िया को दाना डालने से शुभ फल प्राप्त होता है. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको संतान सुख मिल सकता है. पक्षियों को दाना खिलाना आपको आंतरिक संतुष्टि भी देता है.

दिशा का रखें ध्यान
अगर आप अपने आंगन या छत पर दाना डाल रहे हैं तो आपको दिशाओं का ध्यान रखना चाहिए. दाना कभी भी दक्षिण-पश्चिम के नैऋत्य कोण में नहीं डालें. जब भी दाना डालें, हमेशा पूर्व या उत्तर में डालें. वहीं, अगर आप शनि को शांत करने के लिए दाना डाल रहे हैं तो ऐसे में पश्चिम दिशा में भी दाना डालें. कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए पूर्व दिशा में सभी पक्षियों के लिए गेंहू डाल सकते हैं. चावल भी डाल सकते हैं.

इन बातों का रखें विशेष ध्यान
कभी भी खराब हो चुके गेंहू, चावल या बाजरा पक्षियों को खिलाने के लिए छत पर ना डालें. यह पितृ दोष में आता है. पक्षियों को गेंहू खिलाते समय कभी भी उसमें काली दाल मिक्स नहीं करें. मसूर की दाल कभी नहीं खिलाएं. ज्वार, बाजरा, गेंहू, चावल का ही उपयोग पक्षियों के खिलाने के लिए करें.