मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में करंट फैलाकर बाघ को बनाया शिकार
सिवनी । दक्षिण सामान्य वनमंडल के रूखड वन परिक्षेत्र की दरासी बीट के बरकमपाठ गांव के खेत से लगे जंगल में 11 केवी बिजली लाइन से फैलाए गए करंट की चपेट में आने से एक वयस्क नर बाघ की मौत हो गई। 11 जनवरी बुधवार सुबह गश्ती के दौरान वन अमले को चौपर नाला से लगे जंगल व खेत की सीमा पर बाघ का शव दिखाई दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों के सामने वन्यप्राणी चिकित्सक अखिलेश मिश्रा से बाघ के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रूखड़ रेंजर दानिस उइके ने बताया कि घटनास्थल पर 11 केवी बिजली लाइन से करंट फैलाने के साक्ष्य पाए गए हैं। खेत से लगी जंगल की सीमा तक खूटी लगाकर वन्यप्राणी का शिकार करने करंट फैलाया गया था। मौके से वन अमले ने खूटियां भी जब्त की है। घटनास्थल के आसपास के दो किलोमीटर के दायरे में डाग स्क्वायड से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बाघ के शव में सभी अंग पूरी तरह सुरक्षित पाए गए हैं। मृत बाघ करीब 8 साल का वयस्क नर है, जिसका क्षेत्र में मूवमेंट था। दरासी बीट के आरएफ 194 से लगे क्षेत्र में बाघ का शव मिला है।
बाघ के शिकार में एक संदिग्ध हिरासत में
करंट से बाघ के शिकार मामले में वन अमले ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। वन अमले द्वारा संदिग्ध से पूछताछ कर मामले में छानबीन की जा रही है। एनटीसीए की गाइड लाइन के तहत बाघ के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को जला दिया गया है। इस दौरान पेंच टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर जे देवाप्रसाद, एसडीओ आशीष पांडे, केवलारी एसडीओ बरकड़े, रूखड़ रेंजर दानसी उइके सहित अन्य वन अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति रही।