जयपुर । राज्य के माइंस विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में अगस्त माह तक 2588 करोड़ 93 लाख रुपए का रेकार्ड राजस्व अर्जित किया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 614 करोड़ 63 लाख रुपए से भी अधिक हैं वहीं सामान्य वर्ष 2019-20 की तुलना में भी 968 करोड़ रु. अधिक राजस्व अर्जित किया गया है। 2020-21 में कोरोना काल के कारण समूचे देश में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होने से राजस्व कम रहा था इसलिए उससे विभाग द्वारा तुलना भी नहीं की जा रही है।
एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और माइंस व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया कि राज्य में अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के विरुद्ध जीरो टोलरेंस नीति का ही परिणाम है कि गत डेढ माह से प्रदेश मेंं माइंस, पुलिस, प्रशासन व वन विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए बड़ी मशीनों की जब्ती, एफआईआर, गिरफ्तारी जैसे सख्त कदम लगातार जारी है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में अगस्त माह मेें 598 करोड़ 26 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है जबकि इससे पहले के साल अगस्त 21 में 446 करोड़ 19 लाख रुपए का राजस्व जमा हुआ था। इसी तरह से इस वित्तीय वर्ष के अगस्त माह में 2588 करोड़ 93 लाख का राजस्व प्राप्त हो चुका है जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 1974 करोड़ 79 लाख रु. का ही राजस्व अर्जित हुआ था। उन्होंने बताया कि गत वित्तीय वष की तुलना में 31 प्रतिशत विकास दर के साथ राजस्व वसूली में बढ़ोतरी हुई है। एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में माइंस विभाग द्वारा रेकार्ड 6395 करोड़ का राजस्व वसूली के चलते राज्य सरकार के वित विभाग ने इस साल माइंस डिपार्टमेंट का राजस्व लक्ष्य में बहुत अधिक बढ़ोतरी करते हुए 8 हजार करोड़ का लक्ष्य तय किया है। विभाग द्वारा 8 हजार करोड़़ की राजस्व वसूली के लक्ष्य को चुनौती पूर्ण रखते हुए अगस्त माह तक 32 प्रतिशत राजस्व अर्जन के लक्ष्य विभागीय अधिकारियों को दिए थे।