जयपुर । ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की कार्यशाला जिला परिषद सभागार में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट की अध्यक्षता, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के विशिष्ट आतिथ्य और राज्य सरकार की ओर से नियुक्त स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संयोजक के के गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में हुई। इसमें गुप्ता के निर्देशन में कार्य करते हुए प्रथम चरण में उदयपुर जिले की 20 ग्राम पंचायतों को स्वच्छता में मॉडल बनाने का निर्णय लिया गया।
संभागीय आयुक्त भट्ट ने कहा कि स्वच्छता में उदयपुर का प्रदर्शन निराशाजनक है, इसे सुधारना सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने डूंगरपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वहां स्वच्छता में अभूतपूर्व काम हो सकता है तो उदयपुर में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि उदयपुर की गिनती पर्यटन में अव्वल नंबर पर है इसे स्वच्छता में भी सिरमौर बनाना है। जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने सभी अधिकारियों को स्वच्छता के लिए इच्छाशक्ति से कार्य करने की नसीहत दी। एसबीएम ग्रामीण के संयोजक के के गुप्ता ने स्वच्छता, जल संचय, शिक्षा, बालिका शिक्षा, महिला सशक्तिकरण आदि क्षेत्रों में डूंगरपुर में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब देश का प्रधानमंत्री झाडू लेकर निकल रहा है तो इससे अंदाजा लगाना चाहिए कि स्वच्छता का कितना महत्व है। स्वच्छता के बिना शेष उपलब्धियों का कोई मतलब नहीं है। गुप्ता ने कहा कि अगर इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। डूंगरपुर इसका जीवंत उदाहरण है। वहां जनता में स्वच्छता के प्रति एक माहौल तैयार किया। अधिकारियों का सहयोग मिला।