भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण की सिल्वर जुबली आज
अजमेर | जैसलमेर जिले में पोकरण कस्बे के पास खेतोलाई गांव के समीप समय करीब दोपहर के दो से तीन बजे, आज से 25 साल पहले अचानक आर्मी आई और पूरे गांव में फैल गई। गांव के घरों में बैठे लोगों को बाहर आने का कहकर उन्हें पेड़ों के नीचे जाने को कहा।कुछ देर बाद ही खेतोलाई से पांच किमी दूर फायरिंग रेंज में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में वैज्ञानिकों और सैन्य अफसरों की मौजूदगी में हुए एक बाद एक तीन धमाकों से पूरा इलाका गूंज उठा।
ऐसा लगा कि मानों भूकंप आ गया है। कुछ सेकेंड तक इलाका थर्राता रहा। अचानक लोगों की नजरें आसमान की तरफ गई तो बादल का गुबार दिखा। करीब दो से तीन घंटे बाद पूरे पोकरण इलाके में यह पता चल गया कि इस धरती ने भारत को परमाणु ताकतों वाले देशों की सूची में शामिल कर दिया है।
भारत के परमाणु शक्ति बनने की खुशी और गर्व का पल पोकरण क्षेत्र के लोगों के जेहन में आज 25 साल बाद भी वैसा ही है। 11 मई 1998 को पोकरण क्षेत्र में खेतोलाई गांव के पास स्थित फायरिंग रेंज में भारत ने ऑपरेशन शक्ति के तहत सफल परमाणु परीक्षण किया था। उसके बाद 13 मई को न्यूक्लियर टेस्ट किए गए। इन परीक्षणों का नेतृत्व पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई 1999 में 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे घोषित किया था।