Mann Ki Baat: मुंबई हमले के बलिदानों को किया नमन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 107 वां संस्करण संबोधित किया। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी देश-विदेश के लोगों के साथ अपने मन की बात साझा करते हैं। इस कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे आकाशवाणी पर किया जाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी से लद्दाख का एक प्रेरक उदाहरण शेयर करना चाहता हूं. आपको पश्मीना शाल के बारे में मालूम होगा. पिछले कुछ समय से लद्दाखी पश्मीना की भी बहुत चर्चा हो रही है. लद्दाखी पश्मीना लूम्स ऑफ लद्दाख के नाम से दुनियाभर के बाजारों में पहुंच रहा है. इसे 450 से ज्यादा महिलाएं 15 गांव में तैयार कर रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने साफ-सफाई और सार्वजनिक स्वच्छता को लेकर लोगों की सोच बदल दी है. सूरत में एक टीम ने मिलकर प्रोजेक्ट सूरत की शुरुआत की है. इसके जरिए सूरत को मॉडल शहर बनाया जा रहा है, जो सफाई और सतत विकास की मिसाल बने. इस पहल के जरिए पहले बीच की सफाई होती थी, मगर अब नदी को भी साफ किया जा रहा है
पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने साफ-सफाई और सार्वजनिक स्वच्छता को लेकर लोगों की सोच बदल दी है. सूरत में एक टीम ने मिलकर प्रोजेक्ट सूरत की शुरुआत की है. इसके जरिए सूरत को मॉडल शहर बनाया जा रहा है, जो सफाई और सतत विकास की मिसाल बने. इस पहल के जरिए पहले बीच की सफाई होती थी, मगर अब नदी को भी साफ किया जा रहा है
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि इंटेलिजेंस, आइडिया और इनोवेशन आज भारतीय युवाओं की पहचान बन गया है. इसमें टेक्नोलॉजी के जुड़ जाने से उनकी बौद्धिक संपदा में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ये अपने आप में देश के सामर्थ्य को बढ़ाने वाला महत्पवूर्ण प्रगति है. आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 2022 में भारत के पेटेंट आवेदन में 31 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. मैं इसके लिए युवाओं को बधाई देता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि ये दूसरा साल है, जब दीपावली के मौके पर कैश देकर कुछ सामान खरीदने का प्रचलन धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. यानी अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं. ये भी बहुत उत्साह बढ़ाने वाला है. उन्होंने कहा कि आप तय करिए कि एक महीने तक आप यूपीआई से या किसी डिजिटल माध्यम से ही पेमेंट करेंगे, कैश पेमेंट नहीं करेंगे. भारत में डिजिटल क्रांति की सफलता ने इसे बिल्कुल संभव बना दिया है.
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि अब तो घर के बच्चे भी दुकान पर कुछ खरीदते समय ये देखने लगे हैं कि उसमें मेड इन इंडिया लिखा है या नहीं लिखा है. इतना ही नहीं, ऑनलाइन सामान खरीदते समय अब लोग कंट्री ऑफ ऑरिजन भी देखना नहीं भूलते हैं. जैसे 'स्वच्छ भारत अभियान' की सफलता ही उसकी प्रेरणा बन रही है, वैसे ही वोकल फॉर लोकल की सफलता, विकसित भारत-समृद्ध भारत के दरवाजे खोल रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों कुछ परिवारों ने विदेशों में जाकर शादी करने शुरू किया है. इससे एक नया वातावरण बनता जा रहा है. क्या ये जरूरी है? भारत की मिट्टी में, भारत के लोगों के बीच, अगर हम शादी ब्याह मनाएं, तो देश का पैसा, देश में रहेगा. उन्होंने कहा कि देश के लोगों को आपकी शादी में कुछ-न-कुछ सेवा करने का अवसर मिलेगा, छोटे-छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने मन की बात में वोकल फॉर लोकल यानी स्थानीय उत्पादों को खरीदने पर जोर दिया गया था. बीते कुछ दिनों के भीतर ही दिवाली, भैया दूज और छठ पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है. और इस दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने का जबरदस्त उत्साह लोगों में देखा गया.
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में जब सबका साथ होता है, तभी सबका विकास हो पाता है. मुझे संतोष है कि संविधान निर्माताओं के उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए अब भारत की संसद ने 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' को पास किया है. उन्होंने कहा कि 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' हमारे लोकतंत्र की संकल्प शक्ति का उदाहरण है. ये विकसित भारत के हमारे संकल्प को गति देने के लिए भी उतना ही सहायक होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात ये है कि संविधान का पहला संशोधन 'बोलने की आजादी' और 'अभिव्यक्ति की आजादी' में कटौती करने के लिए हुआ था. वहीं, 44वें संशोधन के जरिए आपातकाल के समय हुई गलतियों को सुधारा गया था. ये भी बड़ी प्रेरक बात है कि संविधान सभा के कुछ सदस्य मनोनीत किए गए थे, जिसमें से 15 महिलाएं थीं. ऐसी ही एक महिला हंसा मेहता जी ने महिलाओं के अधिकारों की बात की थी.
मुंबई हमले के शहीदों को किया नमन
अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने मुंबई हमले का जिक्र किया है। उन्होंने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार, 'मन की बात' में आपका स्वागत है, लेकिन आज 26 नवंबर हम कभी भी भूल नहीं सकते हैं। आज के ही दिन देश पर सबसे जघन्य आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने, मुंबई को, पूरे देश को, थर्रा कर रख दिया था।उन्होंने कहा, "ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूरे हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। इस हमले में हमारे जो जांबांज वीरगति को प्राप्त हुए, देश आज उन्हें याद कर रहा है।"