जयपुर। राजस्थान में भाजपा ने लोकसभा की सभी 25 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। इसी बीच पहले चरण के हुए मतदान में राज्य की 12 सीटों पर मतदान बहुत कम हुआ है जिसके कारण भाजपा के बेचैनी बढ़ी है। हालांकी इसी तरह की बेचैनी कांग्रेस में भी है। दोनों ही राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की नींद उड़ती हुई दिखाई दे रही है। राजस्थान में बारह सीटों पर 2019 के मुकाबले 12 सीटों पर मतदान गिरने से यह तो साफ है कि परिणाम वैसा नहीं रहेगा। यह चुनाव पूरी तरह से कन्फ्यूज कर देने वाला चुनाव है।दरअसल मतदान के दौरान जरा भी लोगों में उत्साह नहीं देखा गया। जो लोग वोट डालने पहुंचे, उनके चेहरों पर न तो मोदी लहर का जिक्र था और ना ही विपक्ष के मुद्दा का। राजनीतिक विश्लेषकों को भी अनुमान लगाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तथ्य पर जरूर सबकी सहमति सामने आई है कि इस बार बीजेपी को राजस्थान में 25 में से 25 सीटें नहीं मिल रही है। खास बात यह है कि इन 12 सीटों पर 5 से 9 प्रतिशत की गिरावट आई है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सीटों पर भी पिछली बार के मुकाबले मतदान कम हुआ है। 
कहां कितनी गिरावट
लोकसभा – 2019 – 2024 – मतदान में कमी (प्रतिशत) 
गंगानगर – 74.39 – 65.64 – 8.75
बीकानेर – 59.24 – 53.96 – 5.28
चुरू – 65.65 – 62.98- 2.67
झुंझुनूं – 61.78 – 52.29 – 9.49
सीकर – 64.76 – 57.28 – 7.48
जयपुर ग्रामीण – 65.00 – 56.58 – 8.42
जयपुर – 68.11 – 62.87 – 5.24
अलवर – 66.82 – 59.79 – 7.03
भरतपुर – 58.81 – 52.69 – 6.12
करौली-धौलपुर – 55.06 – 49.29 – 5.77
दौसा – 61.20 – 55.21 – 5.99
नागौर – 62.15 -57.01- 5.14