किरोड़ी मीणा की राजनीति खत्म : डीसी बैरवा
जयपुर : राजस्थान के उपचुनाव में दौसा विधानसभा सीट जीतकर कांग्रेस के डीसी बैरवा ने सियासी हलचल मचा दी है। इस जीत में डीसी बैरवा मंत्री किरोड़ी लाल पर भारी पड़े, जो सियासत की काफी चर्चा में है। इधर, डीसी बैरवा ने विधायक पद की शपथ लेने के बाद किरोड़ी लाल के राजनीतिक करियर पर ही बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने किरोड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब पूर्वी राजस्थान में किरोड़ी लाल मीणा की राजनीति खत्म हो गई है। इधर, डीसी बैरवा के किरोड़ी लाल को लेकर दिए गए चुनौतिपूर्ण बयान से सियासी गलियारों में जमकर हलचल मच गई है।
डीसी बैरवा का संदेश, किरोड़ी की हुई राजनीति समाप्त
बता दें कि पूर्वी राजस्थान के दौसा समेत कई जिलों में बीजेपी के कद्दावर नेता किरोड़ी लाल मीणा का दबदबा माना जाता है, लेकिन इस उपचुनाव में दौसा विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने के बाद डीसी बैरवा ने किरोड़ी की प्रतिष्ठा पर आघात पहुंचा दिया। उन्होंने इस जीत के माध्यम से किरोड़ी लाल के राजनीतिक प्रभाव को चुनौती दी है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि अब पूर्वी राजस्थान से किरोड़ी लाल मीणा की राजनीति खत्म हो गई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव मेें भी किरोड़ी बीजेपी के कन्हैयालाल मीणा को जीत नहीं दिला पाए थे, वहीं उपचुनाव में भी उनकी काफी मेहनत के बाद जगमोहन की हार हुई।
पायलट ने भी कहा था, दौसा जीत से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी
दौसा विधानसभा सीट पर हार के बाद मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की सियासी प्रतिष्ठा काफी प्रभावित हुई है। बीते दिनों सचिन पायलट ने भी दौसा विधानसभा सीट पर जीत को लेकर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भले ही कांग्रेस अन्य सीटों पर चुनाव हारी है, लेकिन दौसा एक महत्वपूर्ण सीट है। इस सीट की जीत से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। बता दें कि जहां एक ओर मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने भाई जगमोहन को जीताने के लिए जमकर पसीना बहाया। वहीं डीसी बैरवा को जीत दिलाने में सचिन पायलट की भी अहम भागीदारी रही। उनके प्रचार अभियान में कूदने के बाद सारी समीकरणों में बदलाव आ गया और दौसा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली।