जोधपुर ।  राजस्थान के जोधपुर में एक युवती ने अपने प्रेम के वशीभूत प्रेमी को पाने के लिए लोमहर्षक वारदात को अंजाम दिया। दरअसल, युवती अपने प्रेमी का मुकलावा रुकवाना चाहती थी। प्यार में पागल इस महिला ने अपने प्रेमी के 12 वर्षीय भांजे की निर्मम हत्या कर दीं, ताकि घर में चल रहे मांगलिक कार्य में बाधा उत्पन्न हो जाए। जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने इस वीभत्स अंधे हत्याकांड का खुलासा किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील के पंवार ने बताया कि 03 फरवरी को पुलिस को फोन के माध्यम से जानकारी मिली कि जोधपुर के पीपाड़ तहसील के साथीन गांव में समदड़ी नाडी के पास एक प्लास्टिक के कट्टे में एक मासूम का शव मिला है, जिसके पैर बाहर दिख रहे है। इस ब्लाइंड मर्डर की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल के निर्देशन पर एक टीम गठित की गई।
टीम ने तकनीकी और स्थानीय मुखबिरों की मदद से बच्चे के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला कि यह बालक कल्लाराम देवासी का 12 वर्षीय पुत्र नरेश है जो वर्तमान में अपने ननिहाल आया हुआ है। पुलिस ने इस मामले में साथीन निवासी संतोष पत्नी राजूराम देवासी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो जो कहानी सामने आई वह दिल दहला देने वाली है। पूछताछ के दौरान आरोपी महिला ने बताया कि मासूम का मामा दिनेश और उसके बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस बीच दिनेश का मुकलावे आगामी 12 फरवरी को होने वाला था और मुकलावे की तैयारियां जोरो से चल रही थी। ऐसे में वह किसी भी सूरत में इस आयोजन को रोकने की योजना बना रही थी। ऐसे में मुकलावे रोकने की नियत से उसने इस मासूम की हत्या कर दी। पूछताछ में आरोपी संतोष ने बताया कि उसने मासूम नरेश को अपने पास एकांत में बुलाया और अपनी ओढ़नी से उसका मुंह बांधकर धारदार हथियार कुंट से उसके मुंह और सिर पर कई वार किए। इससे वह मौके पर ही ढेर हो गया। मासूम की निर्मम हत्या करने के बाद उसने उसके शव को एक आटे के कट्टे में डालकर प्लास्टिक की तगारी में डाला और मंदिर के पीछे डाल दिया।
सूत्रों की माने तो इस महिला ने मासूम के पैर को जान बूझकर बाहर रखा ताकि उसकी मौत की खबर उसके परिजनों को मिल सके और इस प्रेम में पागल महिला के प्रेमी के मुकलावे का कार्यक्रम रद्द हो जाए। पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का महज 8 घण्टे में खुलासा कर आरोपी महिला संतोष को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।