जयपुर । उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने कॉलेज शिक्षा विभाग की ओर से आरंभ ज्ञानदूत 2.0 के ऑनलाइन उद्घाटन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि सभी राजकीय विश्वविद्यालयों के उन विषयों, जो राजकीय महाविद्यालयों में संचालित हैं, के पाठ्यक्रमों के अनुसार हिन्दी भाषा में ई-कंटेंट तैयार करवाये जा रहे हैं। इसके लिये कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा फिलहाल कला संकाय के 8, विज्ञान के 4 एवं वाणिज्य के 2 विषयों सहित कुल 14 विषयों में यह ई-कंटेंट तैयार करवाने की पहल की गई है। इसमें मांग के अनुसार और भी विषयों को सम्मिलित किया जा सकता है। इसके लिये 9 राजकीय महाविद्यालयों को विषयवार नोडल बनाया गया है।यादव ने कहा कि इस विशेष अकादमिक सहायता कार्यक्रम की अपनी आवश्यकता है जिसमें विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता का ई-कंटेंट हिन्दी भाषा में ऑनलाइन उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि जब कोरोना की दूसरी लहर के समय इस ज्ञानदूत का प्रथम चरण आरम्भ किया था, तो वह विद्यार्थियों के लिए काफी लाभप्रद रहा। हम चाहते हैं कि इस तीसरी लहर से विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी भी तरह बाधित नहीं हो। ज्ञानदूत 2.0 के तहत विद्यार्थियों को क्वालिटी ई-कंटेंट उपलब्ध हो सकेगा।  यादव ने बताया कि विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रमानुसार सभी विषयों में तैयार करवाये जा रहे ई-कंटेंट कॉलेज शिक्षा विभाग के ज्ञानदूत चैनल पर उपलब्ध होंगे जो कि सभी विद्यार्थियों, चाहे वे सरकारी अथवा प्राइवेट महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी हों, अथवा स्वयंपाठी विद्यार्थी हों, सभी के लिये पूर्णत: नि:शुल्क उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमने सभी प्राचार्यों को भी निर्देश जारी करवाये हैं कि वे इस कार्यक्रम से अधिकाधिक विद्यार्थियों को जुडऩे के लिये प्रेरित करें ताकि वे कोरोना के हालात के चलते अपने आप को सुरक्षित रखते हुए अपनी पढ़ाई जारी रख सके और अपनी पढ़ाई संबंधी अपनी समस्याओं का घर बैठे समाधान पा सकें।