श्रीगंगानगर। भारत-पाकिस्तान सीमा स्थित श्रीगंगानगर जिले में सीमा पार पाक से मादक पदार्थों की तस्करी जोरों पर हो रही है। हाल ही में बीएसएफ, पुलिस और सीआईडी की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गये पांच तस्करों ने बड़ा खुलासा किया है। पूछताछ में सामने आया है कि पिछले 6 महीने में सीमा पार पाकिस्तान से लगभग 35 किलो हेरोइन ड्रोन के जरिये राजस्थान के रास्ते भारत पहुंचाई गई है। पाकिस्तानी तस्कर ड्रोन से तयशुदा समय और जगह पर ड्रग्स को ड्रोप करते हैं। उसके बाद इस ड्रग्स को स्थानीय तस्कर पंजाब पहुंचाते हैं। इसकी एवज में वे भारी रकम वसूल करते हैं। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि हेरोइन की डिलीवरी करने की एवज में स्थानीय तस्करों को हर बार 1 लाख रुपये की मोटी रकम मिलती है। ड्रग्स की यह तस्करी अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में श्रीगंगानगर जिले में स्थित मजनूं, विजेता और बिंजौर पोस्ट इलाके में की जा रही है। 
  तस्करों से पूछताछ में सामने आये इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां और चौकन्नी हो गई हैं। उसने इस इलाके में अपने सक्रियता को और बढ़ा दिया है। पूछताछ में और भी सनसनीखेज खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, राजस्थान पुलिस और सीआईडी ने दो दिन पहले ही संयुक्त कार्रवाई करते हुये श्रीगंगानगर जिले से पांच तस्करों को दबोचा है। इनमें तीन बाप-बेटों को एक जगह से पकड़ा गया है। वहीं दो भाइयों को दूसरी जगह से पकड़ा गया है। सुरक्षा एजेंसियों को काफी समय से इस इलाके में ड्रोन के जरिये मादक पदार्थों की तस्करी की सूचना मिल रही थी। उसके बाद कई दिन की गई जांच-पड़ताल में इसका खुलासा हुआ। इस पर तस्करों की धरपकड़ की गई। पकड़े गये तस्करों में गुरनाम सिंह अपने दो बेटो मंगा तथा रवि के साथ इस मामले में लिप्त था। उनको श्रीगंगानगर जिले में सीमावर्ती क्षेत्र के गांव 6 एमएसआर गांव से दबोचा गया है। इनके अलावा बिंजौर गांव से भूपेंद्र सिंह और जसवीर सिंह को पकड़ा गया था। ये दोनों भाई हैं। ये तस्कर ड्रग्स की यहां डिलीवरी लेकर उसे पंजाब भेजते थे। चूंकि पंजाब में पिछले कुछ से समय सख्ती बढ़ा दी गई तो पाक तस्करों को राजस्थान का श्रीगंगानगर जिले का सीमावर्ती इलाका इसके लिये मुफीद लगा। लिहाजा उन्होंने इसे तस्करी का रास्ता बना लिया।