निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार ना हो
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नई दिल्ली । अमेरिका से अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में जवाब दिया। जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि यदि कोई नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहा मिलाता है, तब उस नागरिक को वापस बुलाना सभी देशों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि हम इस बात को सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार से संपर्क कर रहे हैं कि निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न किया जाए। लोगों को हथकड़ी लगाने के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा कि अवैध लोगों को हथकड़ी लगाना अमेरिकी नीति में है।
विदेश मंत्री ने कहा, हम जानते हैं कि बुधवार को 104 लोग वापस आए। हमारे पास इन लोगों की सूचना थी, हम ही हैं जिन्होंने उन लोगों के राष्ट्रीयता की पुष्टि की। जयशंकर ने कहा, हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि यह कोई नया मामला है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मामला है जो पहले भी होता रहा है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था, और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर से न हो। उन्होंने कहा कि साथ ही, सदन इसकी सराहना करेगा कि हमारा ध्यान अवैध आव्रजन उद्योग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्वासितों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, कानून प्रवर्तन एजेंसियां एजेंटों और ऐसी एजेंसियों के खिलाफ आवश्यक, निवारक और अनुकरणीय कार्रवाई करेंगी।
जयशंकर ने बताया कि अमेरिका की ओर से निर्वासन का आयोजन और क्रियान्वयन आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीआई) प्राधिकरण द्वारा किया जाता है।
इसके पहले कांग्रेस सदस्य शशि थरूर ने कहा वह (पीएम मोदी) अगले हफ्ते अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं, हम निश्चित रूप से उम्मीद करते हैं कि वे अमेरिकियों को दृढ़ता से बताएंगे कि वे लोगों को वापस भेज सकते हैं, उनके पास हर कानूनी अधिकार है, लेकिन वे इसतरह का अभ्रद्र व्यवहार नहीं कर सकते। इसके पहले अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजे जाने के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में जोरदार नारेबाजी की।