अजमेर । अजमेर पुलिस ने एक शातिर, ढोंगी और अय्याश तांत्रिक दिल्ली निवासी राजेन्द्र वाल्मीकि को गिरफ्तार किया है। अंधविश्वास के साये में डूबे परिवार इसका शिकार होते थे। जादू टोना और तंत्र मंत्र के फर्जीवाड़े से यह कई महिलाओं और बच्चियों की इज्जत से खेल चुका है। इसकी काली करतूतों से पर्दा उठाया है अजमेर पुलिस ने। धुलंडी के दूसरे दिन आदर्श नगर थाने पर एक पीड़िता ने उपस्थित होकर अपनी आपबीती सुनाई तो पुलिस के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पुलिस ने तुरंत तांत्रिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए और दिल्ली से उसे धरदबोचा। यह अब तक 300 से 400 परिवारों को अपना शिकार बना चुका है।
  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के मुताबिक भूत प्रेत उतारने का स्वांग रचकर यह तांत्रिक भोले भाले परिवारों को अपने झांसे में लेता था। गंभीर पहलू यह है कि इसके शिकार पढ़े लिखे वे परिवार भी होते थे जो इस तरह के आडंबर से घिरे रहते हैं। भूत प्रेत उतारने के नाम पर यह महिलाओं का देह शोषण करता था और उनसे मोटी रकम ऐंठ लेता। इतना ही नहीं यह पीड़ित परिवारों को मौत का इतना डर दिखाता की उसके आगे परिवार समर्पण कर देते। सांगवान ने बताया कि इस पाखंडी दुष्कर्मी बाबा को सलाखों के पीछे लाने के लिए अजमेर की एक पीड़िता ने साहसी कदम उठाया और अपने परिवार के विरुद्ध जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पीड़िता के परिजनों ने बाबा से संपर्क कर उनकी बेटी पर आये कथित भूत प्रेत के साये को उतारने के लिए मोटा पैसा दिया था। उसकी एवज में इस ढोंगी बाबा ने उनके परिवार की इज्जत को ही तार तार कर दिया। इतना ही नही जब आरोपी बाबा को गिरफ्तार किया तो उसने पुलिस पर भी अपने तंत्र मंत्र का असर दिखाना शुरू कर दिया। लेकिन कानून के शिकंजे से ज्यादा देर तक यह ढोंगी बच नही सका।
  पुलिस ने ढोंगी बाबा को कोर्ट में पेश कर 25 मार्च तक के लिए रिमांड पर लिया है। शुरुआती तफ्तीश में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि आरोपी 18 साल की उम्र से यह पाखंड और घिनौना काम करता आ रहा है। वह अब तक 300 से 400 परिवारों को अपना शिकार बना चुका है। आरोपी अय्याश प्रवृत्ति का है। उसके मोबाइल की पड़ताल में जुए और सट्टे के काले कारोबार से भी जुड़े होने के सबूत मिले हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर इस घिनौने अपराध से जुड़ी और कड़ियों के बारे में भी जांच कर रही है। पुलिस ने इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेकर एसआईटी का गठन किया है। वह पूरे मामले की जांच कर रही है।