भूपेंद्र सारण को कोर्ट ने 9 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा...
जयपुर | जयपुर से पुलिस ने इस आरोपी को गिरफ्तार किया है। सोमवार को पुलिस ने कोर्ट में राजीव उपाध्याय को भी पेश किया था। कोर्ट ने उसे 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। पेपर लीक मामले के जांच अधिकारी महेंद्र पारीक ने जानकारी दी कि भूपेंद्र सारण से मिली जानकारी के आधार पर ही राजीव उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है।
पेपर लीक के सरगना भूपेंद्र सारण को 4 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने पर आज उसे कोर्ट में पेश किया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने पुलिस को अब 9 दिन की रिमांड दे दी है। पुलिस इस मामले में भुपेंद्र सारण से पूछताछ कर और भी कई राज उगलवा सकती है।
अब तक 58 गिरफ्तार, 54 को जमानत
गत 24 दिसंबर को हेमा गुड़ा (सांचोर) निवासी सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश कुमार पुत्र जगदीश विश्नोई काे शिक्षक भर्ती परीक्षा में जीके का लीक पेपर बस में अभ्यर्थियों को हल करवाते उदयपुर जिले के बेकरिया क्षेत्र में गिरफ्तार किया था। पेपर लीक और सॉल्व करने में 58 आरोपियों की गिरफ्तारी बताई गई थी। इनमें अभ्यर्थी और बस चालक भी शामिल थे। सुरेश विश्नोई अभी भी जेल में है। अब तक 54 आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। हालांकि इनकी जमानत रद्द करने के लिए पुलिस ने राजस्थान हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश कर रखा है। इस पर सभी आरोपियों को नोटिस भी जारी किया गया था।
कौन है भूपेंद्र सारण?
भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और साल 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह जेल भी जा चुका है। पुलिस ने भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को भी गिरफ्तार किया था। भूपेंद्र सारण का अजमेर रोड स्थित रजनी विहार में आलीशान घर था। जेडीए ने कार्रवाई करते हुए घर के अवैध निर्माण को ढहाया था।
3 घंटे में 5 मंजिला बिल्डिंग जमींदोज की गई थी
भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जेडीए ने एक्शन लिया था। जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया था। करीब 3 घंटे में 5 मंजिला बिल्डिंग को गिरा दिया गया था। यह इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर था और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था। 10 जनवरी को अजमेर रोड स्थित रजनी विहार में भूपेंद्र सारण के घर पर भी जेडीए ने नोटिस जारी किया था। 12 जनवरी तक नोटिस का जवाब देना था। इसके बाद 13 जनवरी को मकान ढहा दिया गया था।