जयपुर । एक के बाद एक सांसद विधानसभा, निगम पसिर, ब्लॉक, ग्राम पंचायत के चुनाव हारती कांग्रेस संगठन को सबल क्रियाशील बनाने के लिए बूथ स्तर से लेकर जिला, प्रदेश स्तर के चेहरे मोहरे बदलकर पार्टी का क्रियाकलाप बदलकर पुराने कांग्रेसियों को मार्गदशर्क मंडल बनाकर एडजस्ट करने जा रही है। कांग्रेस मार्गदर्शक मंडल में उन पुराने खगड्डी नेताओं को भेजेगी जिन्होने उम्र के 72 वर्ष पूरे कर लिए है पार्टी पुरानी राजनैतिक ताकत और भाजपा की राजनीति का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस अब युवाओं, अधेड़ पूरी तरह कांग्रेस विचारधारा से जुडे नेताओं को नीचे से ऊपर तक के पदो पर बैठाने का प्लान बना रही है ज्ञात रहे पिछले दशक से ही कांग्रेस चुनाव दर चुनाव हारती आ रही है जिसके मूल कारण में वे नेता माने जा रहे है जिनमें अब हार्ड वर्किग करने की ताकत नहीं बची और पद बचाने चाहने की धुन में पार्टी को हरवा रहे है और इलजाम पार्टी आलाकमान राज्यों के अध्यक्षों पर लगा देते है और तो और पार्टी नेतृत्व पार्टी के प्रति दिखावे की वफदारी दिखाने में चापलूसी के निचलें स्तर तक चले जाते है यहां तक ही नहीं पिछले 40-50 साल के शासन की कमजोरियों को छुपाने की गरज से उलटे सुलटे जाने अनजाने में ही सही बयान दे देते है जिससे पार्टी को हार दर हार का दंश झेलना पडता है और मुख्य सत्ताधारी विचार भाजपा को अनर्गल बयानबाजी करने का मौका देते है कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के मुताबिक पार्टी विचारधारा से लेकर हार्डवर्किग करने वाले युवा अधेड़ नेताओं को फ्रंट लाइन में लाने वाली है जिसका उदाहरण यूपी कांग्रेस अध्यक्ष को छोड़ बाकी संगठन के की सभी इकाईयों को भंग कर दिया गया है।