जयपुर। राजस्थान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाघा बॉर्डर की तर्ज पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू की जाएगी। पाकिस्तान सीमा के निकट राज्य में जैसलमेर और बीकानेर में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी। भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर के तनोट और बीकानेर में खाजूवाला में बीटिंग रिट्रीट सेनेमनी होगी। राज्य सरकार का मानना है कि नई शुरूआत से राज्य का पर्यटन व्यवसाय बढ़ेगा। जैसलमेर और बीकानेर में बड़ी संख्या में पर्यटक बीटिंग रीट्रीट सेरेमनी देखने पहुंचेंगे ।

वाच टावर से पाकिस्तान का नजारा देख सकेंगे पर्यटक

खाजूवाला में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी आयोजित करने की तैयारियां पूरी हो चुकी है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि बाघा बार्डर से इस सेरेमनी की तुलना करें तो इसमें सिर्फ पाकिस्तानी रेंजर्स ही इसमें शामिल नहीं होंग, शेष समस्त आयोजन वहां की तरह ही होगा। इसके लिए खाजूवाला में मुख्य सड़क के पास ही स्थान चिन्हित कर लिया गया है। इस स्थान पर परेड़ ट्रैक बनाया जा रहा है। इस आयोजन में विदेशी नागरिकों को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।

पाकिस्तान सीमा के निकट होने के कारण विदेशी नागरिकों को खाजूवाला तक जाने की अनुमति नहीं है। जानकारी के अनुसार खाजूवाला से करीब 20 किलोमीटर दूर बीएसएफ की सीमा चौकी हिमगिरी और कोडेवाला को आम लोगों के लिए खोलने की योजना है। योजना इस तरह से बनाई जा रही है कि लोग पहले दिन में इन दोनों सीमा चौकियों को भ्रमण करें और फिर शाम को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को देखें। जैसलमेर में बीटिंग रीट्रीट सेरेमनी को लेकर जैसलमेर की जिला कलेक्टर प्रतिभा सिंह ने बीएसएफ अधिकारियों के साथ बैठक की है। जैसलमेर के तनोट में स्टेडियम बनाया गया है।

यहां बीटिंग रीट्रीट सेरेमनी को देखने पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए एक म्यूजियम भी बनाया गया है। इस म्यूजियम में बीएसएफ का इतिहास,1965 और 1971 के युद्धों की गाथा दर्शाई गई है। यहां 31 फीट ऊंचा वाच टावर भी बनाया गया है। इस पर चढ़कर पर्यटक सीमा पार पाकिस्तान का नजारा देख सकेंगे। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा की लम्बाई 1070 किलोमीटर है।