एम्स जोधपुर ने लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की
जयपुर । एम्स जोधपुर ने स्त्री रोग कैंसर के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। संस्थान के स्त्री एवं प्रसूति विभाग की टीम, जिसका नेतृत्व प्रो. (डॉ.) शशांक शेखर ने किया, ने योनिमार्ग के कैंसर (मेलेनोमा) के लिए लैप्रोस्कोपिक रैडिकल हिस्टेरेक्टॉमी और टोटल वेजिनेक्टॉमी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस दुर्लभ और जटिल सर्जरी में गर्भाशय और सम्पूर्ण योनिमार्ग को दूरबीन द्वारा एक साथ निकाला गया। उनकी टीम में डॉ. मीनाक्षी गोठवाल (अतिरिक्त आचार्य, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग), डॉ. सोनल अग्रवाल (लैप्रोस्कोपिक स्त्री रोग सर्जरी में फेलो) और डॉ. अनीता चौहान (सह आचार्य, निश्चेतना विभाग) अन्य सदस्य भी शामिल थे।
योनिमार्ग का मेलेनोमा एक अत्यंत दुर्लभ और आक्रामक स्त्री रोग कैंसर है, जो कई जटिल चुनौतियां प्रस्तुत करता है। अधिकांश सर्जन योनि कैंसर के इलाज के लिए विकिरण चिकित्सा (रेडिएशन थेरेपी) को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि टोटल वेजिनेक्टॉमी स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी में जटिल और चुनौतीपूर्ण सर्जरी मानी जाती है। इसके बावजूद, इस मामले में लैप्रोस्कोपिक तकनीक का उपयोग करके यह सर्जरी सफलतापूर्वक की गई, जिससे रक्त की न्यूनतम हानि हुई, तेजी से रिकवरी हुई और मरीज को बेहतर परिणाम मिले। मरीज अब सम्पूर्णत: स्वस्थ है।इस दुर्लभ और जटिल सर्जरी की सफलता में मल्टीडिसिप्लिनरी टीम का बड़ा योगदान रहा, जिसमें स्त्री रोग कैंसर विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, और पैथोलॉजिस्ट शामिल थे। उनके सहयोगात्मक योजना ने क्षेत्र में दुर्लभ स्त्री रोग कैंसर के इलाज के लिए एक नई मिसाल कायम की है।डॉ. प्रतिभा सिंह (आचार्य एवं विभागाध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग) और डॉ. शशांक शेखर (आचार्य, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग) ने कहा यह सर्जरी एम्स जोधपुर और स्त्री एवं प्रसूति विभाग की स्त्री रोग कैंसर और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के क्षेत्र में विशेषज्ञता को दर्शाती है। यह मरीजों को उच्चतम स्तर की देखभाल प्रदान करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पुन: पुष्ट करती है