जयपुर। शासन सचिव, पशुपालन डॉक्टर समित शर्मा की अध्यक्षता में प्रदेश के जैसलमेर जिले में पाइक (कर्रा) रोग के फैलाव को रोकने के संबंध में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें निदेशक पशुपालन, डॉ आनंद सेजरा, अतिरिक्त निदेशक (दवा) व संयुक्त निदेशक, (स्वास्थ्य), तथा जोधपुर संभाग के अतिरिक्त निदेशक और विभिन्न जिला अधिकारियों ने भाग लिया।शासन सचिव डॉ. शर्मा ने बताया कि बैठक में वर्तमान में इस रोग की स्थिति की समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि जैसलमेर जिले में कुल 36 तथा फलौदी क्षेत्र में दो पशुओं की मृत्यु दर्ज  हुई है। कुछ दुधारू गोवंशीय पशुओं में भी इस रोग के लक्षण दिखाई दिए हैं।
जोधपुर संभाग के अन्य जिलों जैसे पाली, जालौर, सिरोही, बाड़मेर तथा जोधपुर में इस प्रकार के रोग के लक्षण वाले केस वर्तमान में रिपोर्ट नहीं हुए हैं। गत वर्षो में भी जैसलमेर जिले में इस बीमारी से पशुओं की मृत्यु हुई थी।उन्होंने बताया कि जैसलमेर जिले में पर्याप्त मात्रा में मिनरल मिक्सर एवं औषधियां उपलब्ध हैं। आगामी माह में रोग प्रकोप की संभावना के नियंत्रण के लिए आवश्यक औषधियां एवं चार दलों का गठन कर आज ही जैसलमेर रवाना करने के लिए अतिरिक्त निदेशक जोधपुर को पाबंद कर दिया गया है। साथ ही जैसलमेर जिले में मृत पशुओं के त्वरित एवं वैज्ञानिक रूप से निस्तारण के लिए स्थानीय निकाय एवं जिला प्रशासन को कार्रवाई करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं। संयुक्त निदेशक जैसलमेर को निर्देश दिया गया है कि इसकी रोकथाम के लिए अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें ताकि पशुपालक अपने  बीमार पशुओं के इलाज के लिए त्वरित सूचना विभाग और पशु चिकित्सा संस्थानों तक पहुंचाएं जिससे समय पर उचित इलाज की सुविधा मिल सके।