अलवर । राजस्थान के अलवर में बीती रात पुरानी चोट और तेज गर्मी व डिहाइड्रेशन के चलते 10 वर्षीय मादा बघेरा की मौत हो गई। उसके पैर में पुरानी चोट लगी थी। इसके चलते उसे अलवर के सरिस्का लेकर जाया जा रहा था लेकिन रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही मादा बघेरा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मृतक बघेरा का राजगढ़ क्षेत्र वन अधिकारी कार्यालय परिषद में लाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिला वन अधिकारी राजेंद्र हुड्डा ने बताया कि माता बघेरा के एक पैर में पुराना घाव था। इसके कारण वह ठीक तरीके से नहीं चल पा रही थी। उसकी हालत खराब होने के चलते रेस्क्यू टीम उसे सरिस्का लाने के लिए गई लेकिन रेस्क्यू टीम के आने से पहले ही राजगढ़-टहला सड़क मार्ग के मध्य स्थित कुंडला नाका के वीरपुर गांव के देवरा की घाटी के समीप उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की टीम ने बघेरा का पोस्टमार्टम किया। प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार बघेरा की डिहाइड्रेशन की वजह से मौत होने का कारण सामने आया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बघेरा की मौत के कारण और स्पष्ट हो पाएंगे।
जिला वन अधिकारी ने बताया की इस बघेरा की उम्र करीब 10 वर्ष थी। इस बीच आपसी संघर्ष में उसे पैर में चोट लग गई। जिसके कारण बघेरा को कुछ समय से चलने फिरने में परेशानी हो रही थी। इधर घूमना फिरना बंद होने के कारण बघेरा अपना शिकार भी नहीं कर पा रही थी। जिसके कारण वह काफी कमजोर और बीमार हो गई थी। उन्होंने बताया कि बघेरा का मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करने के बाद वन और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय परिसर में अंतिम संस्कार किया गया है।