माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात के साणंद में ₹22,516 करोड़ का प्लांट स्थापित करेगी
अहमदाबाद | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना के साथ भारत को एक नई उंचाई पर पहुँचाने के लिए केन्द्र सरकार ने 10 बिलियन US$ का सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाल के अमेरिकी दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हुई बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस कार्यक्रम को और अधिक गति देते हुए माइक्रोन टेक्नोलॉजी की ओर से भारत में महत्वपूर्ण पूंजी निवेश के जरिए सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्ट, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) सुविधा स्थापित करने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका के इस सफल दौरे की फलश्रुति के रूप में माइक्रोन टेक्नोलॉजी द्वारा गुजरात के साणंद में 2.75 बिलियन यूएस डॉलर यानी ₹22,500 करोड़ से अधिक के निवेश से एटीएमपी सुविधा शुरू की जाएगी। इस संदर्भ में बुधवार यानी 28 जून 2023 को गांधीनगर में सेमीकंडक्टर उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी और सबसे बड़ी कंपनियों में से एक माइक्रोन टेक्नोलॉजी और गुजरात सरकार के बीच एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भारत सरकार के केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव की प्रेरक उपस्थिति में इस एमओयू पर गुजरात सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री विजय नेहरा और माइक्रोन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट गुरुशरण सिंह ने हस्ताक्षर किए। इस कार्यक्रम में भारत सरकार के केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन मेमोरी चिप के निर्माण में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। माननीय प्रधान मंत्री जी के विचारों की स्पष्टता और उनकी दूरदर्शिता ने इस सेक्टर से संबंधित परियोजनाओं के सुचारु कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया है। प्रधानमंत्री जी की अमेरिका यात्रा के मात्र एक सप्ताह के भीतर इतने बड़े समझौते का होना ही नए भारत की पहचान है।”
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यों को संबोधित करते हुए कहा, “माननीय प्रधान मंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा ने आज हुए इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से गुजरात की विभिन्न उपलब्धियों में एक और नई उपलब्धि को जोड़ दिया है। गुजरात पहले ही भारत का फिन-टेक हब है, और अब अपनी सेमीकंडक्टर पॉलिसी व आज हुए इस नए समझौते के साथ, गुजरात, भारत का सेमीकंडक्टर हब बनने के लिए भी तैयार है।” गुजरात में मजबूत मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग-व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण और राज्य सरकार के श्रेष्ठ सहयोग के साथ-साथ उद्योगों की आवश्यकतानुसार सुनियोजित टैलेंट पूल की उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण कारकों को ध्यान में रखकर माइक्रोन ने अपनी इस मैन्युफैक्चरिंग सुविधा को शुरू करने के लिए गुजरात का चयन किया है। यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में गत वर्ष सितंबर, 2022 में गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 जारी की गई थी। गुजरात देश का एकलौता ऐसा राज्य है जिसने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के केन्द्र सरकार के प्रयासों को मजबूती देने के लिए सेमीकंडक्टर सेक्टर के संदर्भ में नवीन नीति जारी की है। इतना ही नहीं, राज्य में डोमेस्टिक सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग ईकोसिस्टम को गति देने के लिए इस पॉलिसी में विशेष जोर दिया गया है। राज्य सरकार ने सेमीकंडक्टर सेक्टर के उद्योगों को गुजरात में आकर्षित करने और सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से एक डेडिकेटेड इन्स्टीट्यूट ‘गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक मिशन’ (जीएसईएम) की स्थापना की है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना से भारत के सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। इससे 5 हजार प्रत्यक्ष एवं 15 हजार परोक्ष रोजगार समेत कुल 20 हजार रोजगार का सृजन होगा। गुजरात सरकार और माइक्रोन टेक्नोलॉजी के बीच हुआ यह एमओयू देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। गुजरात में इस क्षेत्र के क्रमिक विकास के कारण सेमिकंडक्टर सेक्टर से संबंधित अन्य क्षेत्रों का विकास भी हो सकेगा। इतना ही नहीं, ग्लोबल सेमीकंडक्टर जायन्ट्स (बड़े वैश्विक उद्योगों) को भी गुजरात में अपनी हाइटेक मैन्युफैक्चरिंग सुविधा स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा। गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) ने राज्य में ‘प्लग एंड प्ले’ सुविधायुक्त 45,000 हेक्टेयर भूमि विकसित की है। माइक्रोन कंपनी ने अपनी नई एटीएमपी सुविधा के लिए साणंद जीआईडीसी- II का चयन किया है। साणंद जीआईडीसी, गुजरात का सर्वाधिक इंडस्ट्रियलाइज्ड जोन है, और यहां अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज कार्यरत हैं। इस अवसर पर जीआईडीसी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ने माइक्रोन कंपनी को 93 एकड़ जमीन के आवंटन के लिए ऑफर कम अलॉटमेंट (ओसीए) लेटर सौंपा। माइक्रोन कंपनी लीडरशिप इन एनर्जी एंड एन्वायर्नमेंटल डिजाइन (एलईईडीD) के गोल्ड स्टैंडर्ड के अनुरूप या उससे भी उत्कृष्ट असेंबली एवं टेस्टिंग सुविधा की स्थापना करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, इस सुविधा में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (झेडएलडी) को सुनिश्चित करने के लिए एडवांस वाटर सेविंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने माइक्रोन टेक्नोलॉजी कंपनी को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की आधारभूत सुविधा स्थापित करने के लिए गुजरात का चयन करने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने माइक्रोन कंपनी को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया तथा सफलता की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री गण, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, मुख्य सचिव राज कुमार, वरिष्ठ सचिव और माइक्रोन कंपनी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
माइक्रॉन टेक्नोलॉजी कंपनी के बारे में
माइक्रोन टेक्नोलॉजी इंकार्पोरेशन अमेरिका की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर मेमोरी आईडीएम (इंटीग्रेटेड डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग) कंपनी है, जो मोबाइल, कंप्यूटर, डेटा सेंटर और हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग के लिए मेमोरी चिप डिवाइसेज बनाने में कुशल है। कंपनी का मुख्यालय अमेरिका के इडाहो स्टेट के बॉइजे शहर में स्थित है। वर्ष 2022 में कंपनी की आय 30.8 बिलियन यूएस डॉलर थी। माइक्रोन कंपनी की अमेरिका, जापान, ताइवान और चीन जैसे देशों में कुल 11 उत्पादन इकाइयां कार्यरत हैं।
मुख्य बिंदुः-
• दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनी
• कंपनी वर्ष 2022 में फॉर्च्यून 500 की सूची में 127 नंबर पर रही
• कंपनी को वर्ष 2022 में दुनिया की सबसे अधिक नैतिक मूल्यों से संचालित कंपनी के रूप में स्वीकृति मिली है
• DivHERsity 2023 पुरस्कार से सम्मानित
• सस्टेनेबिलिटी और ऑपरेशन संदर्भ के 9 अवॉर्ड हासिल किए हैं।