विधान सभा को लोकतंत्र का जीवन्‍त स्‍थल बनाने में सहभागी बने
- विधानसभा के तीन अधिकारी सेवानिवृत्‍त

जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्‍यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्‍थान विधान सभा अपनी स्‍थापना का अमृत महोत्‍सव मनायेगी। उन्‍होंने कहा कि  विधान सभा गठन के 75वें वर्ष में प्रवेश के साथ अमृत महोत्‍सव के शुभारम्‍भ की रूप रेखा तैयार की जा रही है। श्री देवनानी मंगलवार को यहां विधान सभा में तीन अधिकारियों के सेवानिवृत्ति समारोह को सम्‍बोधित कर रहे थे। श्री देवनानी ने सेवानिवृत्‍त होने वाले उप सचिव श्री बनवारी लाल मीणा, सहायक सचिव श्री नरेन्द्र कुमार शर्मा और निजी सचिव श्री पुरुषोत्तम शर्मा को उनकी सेवा यात्रा के लिए सम्मानित किया।

लोकतंत्र का जीवन्‍त स्‍थल - श्री देवनानी ने कहा कि देश की श्रेष्‍ठ विधानसभाओं में शुमार राजस्‍थान विधान सभा लोकतंत्र का जीवन्‍त स्‍थल है। विधान सभा के राजनैतिఀक आख्‍यान संग्रहालय को प्रति‍दिन आमजन देखने आते है। श्री देवनानी ने विधान सभा कर्मियों का आव्‍हान किया कि वे भी लोकतंत्र के इस पावन स्‍थल को जीवन्‍त बनाने में सहभागी बने।

राजस्थान विधान सभा प्रदेश की लोकतांत्रिक गरिमा का प्रतीक - विधान सभा अध्‍यक्ष श्री देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधान सभा प्रदेश की लोकतांत्रिक गरिमा का प्रतीक है। इसकी प्रतिष्ठा और प्रभावशीलता सभी कर्मियों के परिश्रम और निष्ठा से ही सुनिश्चित होती है। इस मौके पर विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री भारत भूषण शर्मा, विशिष्‍ट सहायक श्री के.के. शर्मा, वरिष्ठ उप सचिव श्री पुरुषोत्तम शर्मा, राजस्थान विधान सभा कर्मचारी सहकारी साख समिति के अध्यक्ष श्री रवि जैन सहित विधानसभा के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

हिमाचल प्रदेश विधान सभा के पूर्व अध्‍यक्ष ने देखी राजस्‍थान विधान सभा - राजस्थान विधान सभा अध्‍यक्ष श्री वासुदेव देवनानी से मंगलवार को यहां राजस्‍थान विधान सभा में हिमाचल प्रदेश विधान सभा के पूर्व अध्‍यक्ष श्री राजीव बिंदल ने शिष्‍टाचार मुलाकात की। श्री देवनानी ने श्री बिंदल को राजस्‍थान विधान सभा का सदन और भवन का अवलोकन कराया।

श्री देवनानी ने डॉ. जोशी को जन्‍मदिवस की दी बधाई – राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने विधान सभा के पूर्व अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी को उनके जन्‍मदिवस पर बधाई दी। श्री देवनानी ने डॉ. जोशी को सुदीर्घ एवं स्‍वस्‍थ जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।