जयपुर। उदयपुर के पूर्व मेवाड़ राजपरिवार का प्रॉपर्टी विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। बात यहां तक बिगड़ गई कि सिटी पैलेस के बाहर पथराव हो गया। दरअसल, बीजेपी विधायक विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों को सिटी पैलेस में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। दोनों पक्षों में झड़प हुई, इसमें तीन लोग घायल हो गए। कानून और व्यवस्था की स्थिति की आशंका को देखते हुए पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए थे और सिटी पैलेस के बाहर और आस-पास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। लेकिन, जब विश्वराज सिंह को सिटी पैलेस में प्रवेश करने से मना कर दिया गया, तो उनके गुस्साए समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और सिटी पैलेस के गेट के करीब जाने की कोशिश की। हालंकि विश्वराज सिंह ने इस घटना की निंदा की और कहा कि शाही रस्मों को निभाने से रोकना गलत है।वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, उदयपुर के जिला मजिस्ट्रेट अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल ने विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों से बात की और मामले को सुलझाने की कोशिश की। उन्होंने अरविंद सिंह के बेटे से भी बात की, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही।
सिटी पैलेस का मैनेजमेंट उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह और चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ करते हैं। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद सोमवार (25 नवंबर) की सुबह चित्तौड़गढ़ किले में विश्वराज सिंह को पूर्व राजपरिवार के मुखिया के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें गद्दी पर बैठाने की परंपरा निभाई गई। इस रस्म को पगड़ी दस्तूर कहा जाता है, ये रस्म चित्तौड़गढ़ के फतह प्रकाश महल में पूरी की गई। इस दौरान खून से उनका तिलक किया गया। साथ ही 21 तोपों की सलामी भी दी गई। चित्तौड़गढ़ के उत्तराधिकारी घोषित किए जाने के बाद विश्वराज सिंह, उदयपुर के सिटी पैलेस मैं जाकर धूणी स्थल पर नमन करना चाहते थे, इसके बाद एकलिंगनाथजी महाराज के मंदिर में दर्शन करना चाहते थे, लेकिन मौजूदा ट्रस्ट के मुखिया अरविंद सिंह मेवाड़ ने इसे ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया। विश्वराज सिंह का राज्याभिषेक समारोह राजपरिवार में विवाद की वजह से प्रभावित हुआ। अरविंद सिंह ने अनुष्ठान के तहत विश्वराज के उदयपुर में कुल देवता के एकलिंगनाथजी मंदिर और सिटी पैलेस में जाने के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी कर दिया।बता दें कि मंदिर और महल दोनों की देखरेख अरविंद सिंह करते हैं, जो उदयपुर में श्री एकलिंगजी ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध न्यासी हैं। रविवार (24 नवंबर) को सिटी पैलेस का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट ने दो सार्वजनिक नोटिस भी जारी किए, जिसमें कहा गया कि विश्वराज सिंह ट्रस्ट के सदस्य नहीं हैं और सुरक्षा कारणों से सोमवार को किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को पैलेस संग्रहालय में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।