राजस्थान उपचुनाव में सत्ता-संगठन में बेहतर तालमेल, वसुंधरा की भूमिका बनी सवाल
जयपुर। राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है। उपचुनाव को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की पहली परीक्षा माना जा रहा है। टिकट वितरण से लेकर नामांकन सभाओं में बीजेपी आगे नजर आ रही है। सभी जगह प्रदेशाध्यक्ष और सीएम भजनलाल शर्मा एक साथ मंच पर नजर आ रहे हैं।
तस्वीरों से पता चलता है कि प्रदेश में सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल है, लेकिन पार्टी की पूर्व सीएम और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे की भूमिका इन चुनावों में क्या होगी। यह सवाल बना हुआ है। मंत्री किरोड़ीलाल मीणा दौसा से अपने भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिलवा दिया है। ऐसे में संगठन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने किरोड़ी के दबाव के चलते उनके भाई को टिकट दिया है। एक ही परिवार में तीसरा टिकट देने से पार्टी परिवारवाद के आरोपों में भी घिर गई है। इन सवालों पर मदन राठौड़ ने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा और वह भाइयों की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी माना कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की कभी उपेक्षा नहीं हुई है ना ही होगी।