भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध तीन मैचों की सीरीज के दूसरे वनडे में मंगलवार को यहां जब मैदान पर उतरेगी तब उसके सामने बेहद प्रतिभाशाली रजत पाटीदार या आकर्षक बल्लेबाजी करने वाले रिंकू सिंह में से किसी एक को पदार्पण का अवसर देने की चुनौती से निपटना होगा।

अर्शदीप का बेहतरीन प्रदर्शन-

अर्शदीप सिंह और आवेश खान जैसे युवा तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम को सीरीज का पहला मैच आठ विकेट से जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। कप्तान केएल राहुल की अगुआई में भारतीय टीम को 2022 में वनडे सीरीज में 0-3 की करारी हार का सामना करना पड़ा था ऐसे में वह इस मैच को जीतकर पिछली नाकामी को पीछे छोड़ना चाहेंगे।

श्रेयस के कारण मध्यक्रम में बना स्थान-

अनुभवी बल्लेबाज श्रेयस अय्यर इस मैच के बाद टेस्ट टीम से जुड़ गए जिससे मध्यक्रम में एक जगह रिक्त है। ¨रकू ने पिछले कुछ समय में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टी-20 मैचों में अपनी तकनीक और समझदारी की छाप छोड़ी है।

बल्लेबाजी सहज है-

दक्षिण अफ्रीका में उछाल वाली पिचों पर भी उनकी बल्लेबाजी सहज दिखी। टीम में यद्यपि अभी उनकी भूमिका फिनिशर की है ऐसे में चौथे क्रम के बल्लेबाज अय्यर की जगह एकादश में जगह के लिए पाटीदार का दावा अधिक मजबूत है क्योंकि घरेलू मैचों वह मध्यप्रदेश के लिए इसी क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं। पाटीदार 2022 में भी भारतीय वनडे टीम में स्थान बनाने में सफल रहे थे, लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में अवसर नहीं मिला था। इसके बाद एड़ी की सर्जरी के कारण उन्हें एक वर्ष तक संघर्ष करना पड़ा।

संजू को मिली है फिनिशर की भूमिका-

टीम ने इस सीरीज में मैच फिनिशर की भूमिका अनुभवी संजू सैमसन को दी है जो राहुल के बाद छठे क्रम पर बल्लेबाजी करेंगे। लिस्ट ए क्रिकेट में रिंकू का औसत लगभग 50 का है ऐसे में टीम प्रबंधन दोनों के नाम पर गंभीरता से विचार करेगा। इस मैच में पाटीदार और रिंकू दोनों को पदार्पण का अवसर मिल सकता है, लेकिन इसके लिए तिलक वर्मा या सैमसन को बाहर होना होगा, जिसकी संभावना कम दिखती है।

पहले मैच में तिलक को केवल तीन गेंद खेलने का अवसर मिला जबकि सैमसन को बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला। पहले मैच में युवा प्रारंभिक बल्लेबाज साई सुदर्शन ने नाबाद अर्धशतक लगाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

खल रही डिकाक की कमी-

दक्षिण अफ्रीका के लिए दिग्गज ¨क्वटन डिकाक के संन्यास के बाद टीम में सामंजस्य बैठाने की चुनौती है। डिकाक की प्रवाहमय बल्लेबाजी के कारण रासी वैन डेर डुसेन, हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर जैसे बल्लेबाजों को खुल कर खेलने का अवसर मिलता था। उनकी अनुपस्थिति में टीम के शीर्ष क्रम के सामने भारत के ¨स्वग गेंदबाजों के विरुद्ध सतर्कता से बल्लेबाजी करने की चुनौती होगी। भारतीय टीम गेंदबाजी में यद्यपि कोई बदलाव नहीं करना चाहेगी।

टीमें-

भारत:- लोकेश राहुल (कप्तान), रुतुराज गायकवाड़, बी साई सुदर्शन, तिलक वर्मा, रजत पाटीदार, संजू सैमसन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मुकेश कुमार, अर्शदीप सिंह, अवेश खान, रिंकू सिंह, आकाश दीप, युजवेंद्र चहल, वाशिंगटन सुंदर

दक्षिण अफ्रीका:-  एडेन मार्करैम (कप्तान), ओटनील बार्टमैन, नांद्रे बर्गर, टोनी डी जोरजी, रीजा हेंड्रिक्स, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, मिहलाली मपोंगवाना, डेविड मिलर, वियान मुल्डर, एंडिले फेहलुकवायो, तबरेज शम्सी, रासी वैन डेर डुसेन, काइल वेरिन, लिजाद विलियम्स