जीतीए कालिदास के कृतित्व पर इनाम

मूमल नेटवर्क, नरसिंहगढ़(मध्य प्रदेश) हर वर्ष की भांति इस बार भी लोक शिक्षण संचालनालय संस्कृत के महान रचनाकार महाकवि कालिदास की जयंती के मौके पर हायर सेकंडरी स्तर तक के स्कूली बच्चों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा रहा है। प्रतियोगिताओं में राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र के साथ नकद इनाम भी दिया जाएगा।
इसके लिए संचालनालय ने सभी डीईओ और संभागीय संयुक्त संचालकों को स्कूल, ब्लॉक और जिला स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन के निर्देश जारी कर दिए हैं। वरिष्ठ और कनिष्ठ स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में कलाकार महाकवि के कृतित्व पर आधारित चित्रकला, श्लोक वाचन और नृत्य नाटिकाओं में अपना प्रदर्शन करेंगे।
स्कूल स्तर से संभाग स्तर तक होगा प्रतियोगिता आयोजन
स्कूल स्तर पर: 24 अगस्त तक।
ब्लॉक स्तर पर: 8 सितंबर तक।
जिला स्तर पर: 13,14 अक्टूबर।
संभाग स्तर पर: 27 अक्टूबर और राज्य स्तर पर 22 से 24 नवंबर तक उज्जैन में।
कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग को समान पुरस्कार
वरिष्ठ और कनिष्ठ वर्ग में प्रथम 3 विजेताओं को एक समान इनाम मिलेंगे। चित्रकला और श्लोक वाचन में क्रमश: 1500, 1 हजार और 500 रुपए और नृत्य नाटिका में क्रमश: 15 हजार, 10 हजार और 5 हजार रुपए के इनाम राज्य सरकार की ओर से दिए जाएंगे।
महाकवि कालिदास-एक नजर
महाकवि कालिदास का जन्मकाल पहली से तीसरी शताब्दी ईस्वी पूर्व यानी आज से लगभग 2100 से 2300 वर्ष पहले का माना गया है। वे उज्जैन के प्रतापी सम्राट विक्रमादित्य के दरबार के नवरवों में से एक थे। उनके लिखे संस्कृत साहित्य के ग्रंथ विश्व साहित्य की अनमोल धरोहर हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रसिद्ध रचना शकुंतला-दुष्यंत के प्रेम प्रसंग पर आधारित अभिज्ञान शाकुंतलम है। इसके अलावा रघुवंशम, मेघदूतम, कुमारसम्भवम्, विक्रमोर्वशीयम आदि उनकी अन्य रचनाएं हैं।