ज्यादातर लोग अब कैशबैक और रिवार्ड प्वाइंट की वजह से हर जगह क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं वहीं कुछ लोग डेबिट कार्ड से भुगतान करना पसंद करते हैं। कैशलेस होते इस नए भारत में कार्ड से भुगतान की प्रक्रिया दिन प्रतिदिन सरल होती जा रही है।

बैंक अब ग्राहकों को ऐसे कार्ड दे रहे हैं जिसे मशीन पर टच करने मात्र से ही पेमेंट हो जाता है आपको कार्ड का पिन डालने की जरूरत भी नहीं होती। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आपके लिए कौन से कार्ड से पेमेंट करना ज्यादा सही है, और किस कार्ड के क्या लाभ हैं।

क्रेडिट कार्ड से क्यों करें पेमेंट?

क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने से आपके सेविंग अकाउंट में रखें पैसे खर्च नहीं होते बल्कि आपके उलटा क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करने के लिए समय मिल जाता है। कई बैंक ग्राहकों को लुभाने के लिए क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट करने पर रिवार्ड प्वाइंट, कैशबैक, गिफ्ट वाउचर इत्यादि का ऑफर भी देते हैं।

वहीं डेबिट कार्ड आसान भाषा में कहें तो आपका एटीएम कार्ड से पेमेंट करने पर आपको किसी भी तरह का रिवार्ड या कैशबैक नहीं मिलता है।

क्रेडिट कार्ड से ईएमआई पर कर सकते हैं शॉपिंग

अकसर कई बार हमें कुछ ऐसी चीजों की जरूरत पड़ जाती है जो हमें उसी वक्त चाहिए होती है लेकिन हमारे पास उस सामान को खरीदने के लिए पूरे पैसे नहीं होते, ऐसे में क्रेडिट कार्ड वरदान की तरह साबित होता है। कंपनियां भी क्रेडिट कार्ड पर बड़ी आसानी से ईएमआई पर सामान दे देती हैं।

वहीं डेबिट कार्ड में कुछ चुनिंदा ग्राहकों के पास ही ईएमआई पर शॉपिंग करने की इजाजत होती है। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त आपको बस इतना ध्यान रखना होता है कि आपको इसका रिपेमेंट टाइम पर करना होता है और अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है।

फर्जी लेनदेन की टेंशन नहीं

अगर कभी आपका पर्स किसी ने चोरी कर लिया या फिर खो गया तो उसमें रखे डेबिट कार्ड से आपको पैसों का नुकसान हो सकता है जिसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी होगी, वहीं क्रेडिट कार्ड में ऐसा नहीं होता।

अगर आपका क्रेडिट कार्ड खो गया या चोरी हो गया है तो आप इसकी सूचना अपनी क्रेडिट कार्ड की कंपनी को दे सकते हैं और इस दौरान कोई फर्जी लेनदेन होता भी है तो आपको इसकी भरपाई नहीं करनी पड़ती है।